Cultural Destruction

लाहौर की गलियों में अभी भी राजा जयपाल का आत्मबलिदान जीवित है!

समय बीत चला है, लाहौर अब हमारे लिए पड़ोसी मुल्क का एक शहर हो गया है। वहां जाकर किस्से ही बदल जाते हैं, जबकि साझे इतिहास को साझा करने वाले भाई साझे अस्तित्व से भी घृणा करते हैं। यह उस इतिहास का कैसा दुर्भाग्य है, कि वह अपनी बात को यहाँ आकर कह नहीं सकता …

लाहौर की गलियों में अभी भी राजा जयपाल का आत्मबलिदान जीवित है! Read More »

फेमिनिज्म विध्वंस कर रहा है और हम नष्ट हो रहे हैं

जो वाद लोक से नहीं जुड़ा होता उसका अंत होना निश्चित है। जैसे हालिया फेमिनिस्म। उसे स्त्रीवाद मैं नहीं कह सकती क्योंकि स्त्री तो गुणवाचक हैं, स्त्री प्रकृति है, तो वह वाद में नहीं बंध सकती। वह कैसे किसी वाद में सीमित हो सकता है। इसलिए इसे फेमिनिज्म ही कहा जाए तो बेहतर होगा। स्त्री …

फेमिनिज्म विध्वंस कर रहा है और हम नष्ट हो रहे हैं Read More »

आखिर क्यों स्त्रियाँ भारतीय दृष्टिकोण को समझने में नाकाम रहती हैं

फक हिंदुत्व, हिन्दू राष्ट्र मुर्दाबाद, हिंदुत्व की कब्र खुदेगी, हम राजनीतिक हिंदुत्व के खिलाफ हैं!” यह सब वह नारे हैं जो पिछले कई दिनों से मीडिया का हिस्सा बने हुए हैं और यह नारे लगाने वाले कोई और नहीं बल्कि हिन्दू लडकियां ही हैं। क्या यह लडकियों  के साथ हिंदुत्व ने कुछ गलत किया है? …

आखिर क्यों स्त्रियाँ भारतीय दृष्टिकोण को समझने में नाकाम रहती हैं Read More »

Scroll to Top