जन कवि तुलसी और विमर्श पोषित दरबारी रहीम
हम लोग बचपन से सुनते चले आए हैं कि यह देश राम और रहीम का देश है। रहीम के दोहे जब हमारी पुस्तकों में पढ़ाए गए तो हम लोगों की जुबां पर चढ़ गए और हमने उन्हें तुलसी बाबा के दोहों की तरह कंठस्थ कर दिया। हाँ, हमारी दादियों के लिए तुलसी बाबा और कबीर …